वह एक अच्छे कप्तान के साथ-साथ एक अच्छे खिलाड़ी और एक अच्छे विकेटकीपर भी हैं। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सबके चाहिते खिलाड़ी है। टीम इंडिया से बाहर चले रहे पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज ही के दिन टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। आज धोनी को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिए हुए 5 साल हो गए हैं। एमएस धोनी ने अपने आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 और नाबाद 24 रनों की पारी खेली।
धोनी जब पैवेलियन वापस लौट रहे थे तो बेहद खुश थे, वो आम मैचों की तरह ही सभी खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर वापस लौटे। किसी को ये भनक नहीं थी कि धोनी आज टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले हैं। धोनी ड्रेसिंग रूम में लौटे और सभी खिलाड़ियों को पास बुलाकर अचानक संन्यास की बात कह दी। धोनी के संन्यास के फैसले ने सभी खिलाड़ियों को चौंका दिया।
धोनी का टेस्ट कॅरियर
मैच – रन – शतक/अर्धशतक – सर्वश्रेष्ठ स्कोर
90 – 4876 – 6/33 – 224 रन
धोनी का कप्तानी रिकॉर्ड
उन्होंने 60 टेस्ट में कप्तानी की जिसमें से भारत को 27 में जीत मिली और 15 में हार का सामना करना पड़ा। इनमें से 14 हार विदेशी पिचों पर आई। धोनी की कप्तानी का सबसे कमजोर पक्ष यही रहा कि वे भारत को विदेश में जीत नहीं दिला सके। वे केवल छह टेस्ट में भारत को विदेश में जीत दिला सके।
धोनी के संन्यास के बाद उनके करीबी सुरेश रैना ने खुलासा किया कि उनके रिटायरमेंट की खबर किसी को नहीं थी। रैना ने कहा था, ‘किसी को उनके रिटायरमेंट की भनक नहीं थी। वो मेरे पास आए और कहा कि मेरे पास एक बड़ी जर्सी है, तुम इसे रख लो। वो नाश्ता कर रहे थे और किसी से बातचीत नहीं कर रहे थे। मुझे लगा कि आज शाम को कुछ बड़ा होने वाला है।